Sunday, 29 September 2013

प्रस्तावना

'व्यक्तित्व का विकास' यह ब्लॉग पाठको को समर्पित करते हुए हमे अत्यंत प्रसन्नता हो रही है ।

वास्तविक व्यक्तित्व किसे कहते हैं, इस विषय में हम लोग काफी अनभिज्ञ हैं | हम यह नहीं जानते की व्यक्तित्व के विकास का सम्बन्ध हमारी मूल चेतना अथवा हमारे अहम् से है । अतः देखने में यह आता है के व्यक्तित्व के विकास के नाम पर केवल बाहरी, दिखावटी रूप पर ही बल दिया जाता है ।
इस ब्लॉग में हम इसी विषय पर स्वामी विवेकानंद जी के उपयुक्त विचार प्रस्तुत कर रहे हैं ।

आशा है के यह संकलन हमारे पाठको के लिए विशेष लाभदायी सिध्ध होगा !!!

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